भजन: हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन! || Bhajan: Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan
हनुमान जी का प्रिय भजन |
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
अष्ट सिद्धि, नव निद्दी के दाता, दुखिओं के तुम भाग्यविदाता ।
सियाराम के काज सवारे, मेरा करो उधार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन… ( पुनः गाए )
अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी, तुम पर रीझे अवधबिहारी ।
भक्ति भाव से ध्याऊं तुम्हे, कर दुखों से पार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन… ( पुनः गाए )
जपूं निरंतर नाम तिहरा, अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा ।
राम भक्त मोहे शरण मे लीजे, भाव सागर से तार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
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