रक्षा बंधन – 2021 || Raksha Bandhan – 2021 || Rakhi 2021 Date
क्यों मनाया जाता है रक्षा बंधन
हर त्योहार का अपना अलग महत्व होता है उसी प्रकार राखी का भी भाई और बहन के लिए अपना ही महत्व है| राखी के त्यौहार को मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाओं का विवरण मिलता है |
ऐसी ही एक कहानी राजा बलि व माता लक्ष्मी के बीच रक्षा के बंधन को इंगित करती है। जब राजा बलि ने भगवान विष्णु को अपने महल में कैद कर लिया था तब माँ लक्ष्मी ने अपने पति को वापस पाने के लिए, राजा बलि की कलाई पर एक धागा बांध दिया और बदले में, एक वादा मांगा जिसे राजा बलि मना नहीं कर सके और उन्हें भगवान विष्णु को वरदान अनुसार वापस भेजना पड़ा था|
ऐसी ही एक और कहानी भगवान कृष्ण और देवी द्रौपदी से जुडी है कि महाभारत में द्रौपदी ने भगवान कृष्ण के हाथों में रक्षा सूत्र बांधा था और बदले में कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा करने का वचन दिया था|
कब और कैसे मनाये रक्षाबंधन
इस वर्ष राखी का त्योहार 22 अगस्त दिन रविवार को पड़ेगा| राखी बांधने का मुहूर्त सुबह 09:27 से रात्रि 09:11 तक का होगा | सुबह दैनिक क्रिया कलापों से निवृत हो कर बहन व भाई स्वच्छ आसान पर बैठे | बहन सम्पूर्ण सामग्री ( आरती का दीपक या कपूर , रोली या चंदन तिलक के लिए, राखी का पवित्र धागा, कुछ मिठाई ) एक थाली में रख ले| अब उपर दिए समय के बीच सर्वप्रथम भाई को तिलक करे , फिर रक्षासूत्र (राखी) को भाई की कलाई पर मंगल कामना के साथ बाध दे | इसके बाद दीपक से भाई की आरती कर मुह मीठा करवाए| भाई भी बहन को रक्षा का वचन व यथा संभव उपहार दे|
करोना काल में राखी कैसी हो
संभवतः भाई यदि अपनी बहन से राखी बंधवाने के लिए और बहने अपने भाई को राखी बाँधने के लिए कही दूर की यात्रा की सोच रहे है तो यह करोना काल में उचित नहीं होगा | ऐसा करने से आप अपने साथ ही अपने प्रियजनों को भी कठिनाई में डाल सकते है|
बहने भी कोशिश करे कि घर में बनाई राखी या स्वदेशी राखी को ही प्राथमिकता दे | याद रखे राखी का महत्व राखी का मोल अधिक होने से नहीं सच्ची भावनाओ के होने से होता है|
राखी की शुभकामनाएं
आप सभी पाठको को राखी की बहुत बहुत शुभकामनाएं|